हिंदी इज कूल यार कहनेवाले ----दिव्य प्रकाश दुबे

हिंदी के ऐसे लेखक जो कहते है हिंदी इज कूल यार 

-दिव्य प्रकाश दुबे  हिंदी लेखन  के लिए नाम ही काफी है !
नया वाला हिंदी लेखक और क्या आहे हम इसे
उन्होंने लिखा अलग स्टाइल में लिखा जो की आपको पढ़ने के बाद मजा आयेगा  ,उनके नयी वाली हिंदी का मज़ा लेना है तो आपको ये पढ़ना चाहिए 


१. टर्म्स एंड कंडीशंस

लाइफ को लेकर योजनाएं बड़ी नहीं, बल्कि सिंपल होनीं चाहिए। योजनाओं के बड़े होने का मतलब है, ज़िंदगी का छोटा पड़ जाना। इसलिए मेरी ज़िंदगी की एक ही योजना है, हर साल सिर्फ एक किताब"



२ . मुसाफिर कैफे 

"हिन्दी में उलझना मुझे ऐसे लगता है, जैसे मैं अपने गाँव की ओर लौट रहा हूँ। शहर में सबकुछ है, लेकिन सुकून सिर्फ गाँव में है और वही सुकून मुझे मेरी हिन्दी में भी मिलता है"


3.  मसाला चाय

सोशल मीडिया ने हमारी डायरी के उस पन्ने को दुनिया के सामने खोल दिया है, जो एक टाइम पर हमारा रफ़ रजिस्टर हुआ करता था।"



नाम ; दिव्य प्रकाश दुबे 
काम : हिंदी लेखक 


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