जी हाँ, आज की कहानी है देश के युवा उद्यमी वरुण अग्रवाल की सफलता को लेकर। बंगलौर में पैदा लिए और पले-बढ़े वरुण ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिशप कॉटन स्कूल से प्राप्त की। वरुण को बचपन से ही फिल्म और फोटोग्राफी में बेहद रुची थी और वो आगे की पढ़ाई भी इसी फिल्ड में करना चाहतें थे। लेकिन माता-पिता के दबाव में आकर उन्होंने इंजीनियरिंग में दाखिला ले लिया।
इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेने के बावजूद वरुण का फिल्मों के प्रति लगाव ख़त्म नहीं हुआ और कॉलेज में ही उन्होंने फिल्म निर्माण शुरू किया। इसी कड़ी में उन्होंने लास्ट मिनट फिल्म्स नाम से एक प्रोडक्शन हाउस की स्थापना की और कई छोटे फिल्मों का निर्माण किया। लास्ट मिनट्स फिल्म्स ने अबतक कई सफल संगीत वीडियो, कॉर्पोरेट फिल्मों और विज्ञापन फिल्मों का निर्माण कर देश की एक जानी-मनी फिल्म निर्माण कंपनी में से एक है। इतना ही नहीं लास्ट मिनट्स फिल्म्स को यू-तुब पर 350000 से ज्यादा हिट्स मिली है।कई बार फैल होने के बावजूद किसी तरह पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होने कुछ दिनों के लिए फट फिश फिल्म्स में एक निर्देशक के रूप में काम किया और 21 की उम्र में उन्होने संगीत वीडियो में बॉलीवुड सुपर स्टार प्रीति ज़िंटा और ए आर रहमान के साथ निर्देशन किया।
फिल्मों के साथ-साथ वरुण ने कई सफल स्टार्टअप की भी आधारशिला रखी। 23 साल की उम्र में उन्होंने अपने दोस्त रोसाल 2012 में वरुण ने ‘हाउ आई व्रेव्द अनु आंटी एंड को-फाउनडेड ए मिलियन डॉलर कंपनी’ नाम से अपना पहला पुस्तक लिखा। लांच के कुछ ही दिनों में इस किताब की धुआंधार बिक्री हुई। इस किताब में वरुण ने अपनी सफलता की पूरी कहानी का जिक्र किया है किस तरह से उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर शुरुआत की और फिर एक मिलियन डॉलर कंपनी का निर्माण हुआ।
हन मल्होत्रा के साथ मिलकर ‘अल्मा मेटर’ नाम से एक कंपनी की स्थापना की। अल्मा मेटर कॉलेज छात्रों के लिए अनुकूलित स्वेटश्र्ट्स्, टी-शर्ट्स इत्यादि प्रिंट करते हुए देश की सबसे बड़ी कपड़े प्रिंटिंग करने वाली कंपनी है।यह कंपनी भारत भर में लगभग सभी बड़े शिक्षण संस्थानों के साथ साझेदारी की है। इसके अलावा वरुण ने रेटिकुलर नाम से एक सामाजिक नेटवर्किंग साइट की भी सह-स्थापना की है। वरुण की अल्मा मेटर का टर्न-ओवर आज कई करोड़ों में है।
दिल से अपने आप को फिल्म निर्माता मान चूका वरुण, को मज़बूरी में आकर इंजीनियरिंग करनी पड़ी जो उसे कभी पसंद नहीं थी। लेकिन हार न मानते हुए बड़ी उत्सुक्ता के साथ वरुण ने बड़े बड़े काम बहुत शानदार तरीके से किया। वरुण की सफ़लता सच में बेहद प्रेरणादायक है।